दिल में आंसू का सैलाब लिए चलता हूँ, तो जिंदा हूँ |
मन में दबे कुछ ग़मों का समंदर लिए चलता हूँ, तो जिंदा हूँ |
चेहरे पर खुशियों के झरने लिए चलता हूँ, तो जिंदा हूँ |
आँखों में तेरी बेचैन यादों के साए लिए चलता हूँ, तो जिंदा हूँ |
तेरी मीठी बातों का पुलिंदा सर पर लिए चलता हूँ, तो जिंदा हूँ |
तेरी खिलखिलाती हंसी सीने से लपेटे चलता हूँ, तो जिंदा हूँ |
हर आह में तुझसे बिछड़ने का दर्द लिए चलता हूँ, तो जिंदा हूँ |
हर पल तेरी यादों के दरिया में डूबा हुआ चलता हूँ, तो जिंदा हूँ |
एक तू ही तो है जिसकी एक झलक को खोजता चलता हूँ, तो जिंदा हूँ |
बस तेरी एक झलक को खोजता हुआ चलता हूँ, तो जिंदा हूँ |
अब बस जिंदा हूँ, तो जिंदा हूँ |
-अक्षय ठाकुर "परब्रह्म"
19 comments:
nice1....
बिलकुल सही कहा अक्षय आपने, जिंदगी फूलों का सेज नहीं है... पर इस जिंदगी को फूलों से सजा कर जीते रहना ही जिंदगी है|
मानवीय संवेदनाओं को बहुत ही अच्छे ढंग से व्यक्त किया है... आशा है ऐसे ही अच्छे लेख और पढ़ने को मिले आपके ब्लॉग पर...
-आशीष
You lived 11 times in this poem 3 times more and it would have magically transformed itself into a "Sonnet'. Technicals aside..I loved this poem. Carry on the good work. :-)
Hmmm.. Got Inspired By Poem of Javed Akther (ZNMD)
Nice Liked It...
तेरी मीठी बातों का पुलिंदा सर पर लिए चलता हूँ, तो जिंदा हूँ | Bahut badhiya
Fantabulous , keep writing . Loved reading it
love to read more :) keep doing gud wrk !!
तेरी कविताओं को पढता हूँ, तो जिंदा हूँ|
इन शब्दों को जीता हूँ, तो जिंदा हूँ|
ab isase jyada words mai nai use kar paunga teri poems k liye. AWSOME...
Kya baat hai akshay ...
मन में दबे कुछ ग़मों का समंदर लिए चलता हूँ, तो जिंदा हूँ |
Shaandar likhi hai poori kavita .
God Bless , keep writing
:-)
SONU
एक सशक्त गज़ल बन गई है,विपरीत परिस्थतियों को लेकर सकारात्मक सोच के साथ , साधुवाद . एक सुझाव-अंतिम पंक्ति अधूरी लग रही है...गज़ल के स्वरूप में व्यवधान दाल रही है...फिर यह आपकी मर्जी.
ऐसे ही अपनी कलम को गतिमान रखे रहिए...शुभकामनाओं के साथ-
मंजु महिमा
Seems like you are inspired by Funwaara akhtar :D
ATI-SUNDAR.....@AKSHAY BHAYIA
प्यार के इस में समंदर डूबने को जिंदा हूँ मैं ,तेरी गोद में गहरी नींद सोने को बस जिंदा हूँ में
haathon me haathon ka ehsaas liye chalta hu, to zinda hu..
This one is really very very nice. :-)
Ye to ek baat haii, ek baat liye jindaa hoon..
Khushii ke aur gham ke khayaalaat liye jindaa hoon..
Warna aur bhii hain munfarid, kehne ko bas jo jindaa hain..
Main to fir bhii apne haalaat liye jindaa hoon..
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Yash
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Sir! You seem to be a big one! Would you please have a look at my page? I am waiting at www.kawyokti.blogspot.com and www.poeticyash.blogspot.com
Very nice, in real life is not so simple to define that some one live or dead, its seemed from their activities that what he is doing good in his life.
Very nice...
Teri yaadon ke pulinde sar pe liye chalta hun to jinda hun.. waah
Tujhe mahsoos Karne ke liye likhta Hun , aur bas is ek bahane se jinda Hun !!!
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